तू जब भी मेरे साथ होगा
ज़माने को ऐतराज़ होगा
हम हँसे तो बनेंगे अफ़साने
बेवफाई का हमपे इलज़ाम होगा
जुदा कर अश्कों में डुबो दे हमको
यही अब ज़माने का काम होगा
कोई झांकेगा ना अपने गिरेबान में
तेरे मेरे गिरेंबान पे हाथ होगा
इनको कुछ ना कहेंगे हम दोनों
यही अपना इनसे इन्तेकाम होगा
ज़माने को ऐतराज़ होगा
हम हँसे तो बनेंगे अफ़साने
बेवफाई का हमपे इलज़ाम होगा
जुदा कर अश्कों में डुबो दे हमको
यही अब ज़माने का काम होगा
कोई झांकेगा ना अपने गिरेबान में
तेरे मेरे गिरेंबान पे हाथ होगा
इनको कुछ ना कहेंगे हम दोनों
यही अपना इनसे इन्तेकाम होगा
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