Saturday, July 21, 2012

ख्वाबों मैं कल रात
हुई खुदा से मुलाक़ात
कई देर तक चली बात

चलते चलते उन्होंने बोला
"मांग "
मैंने मांग लिया तेरा साथ
हंस कर बोले
"ये मुमकिन नहीं"
"इतनी देर मैं इसी की तो कर रहा था बात "
कहा खुदा ने की "तू तो मेरा रकीब है ,"
"तुझे अब यहाँ जीना नहीं, तू चल मेरे साथ।"

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