लम्हे समेट रहा हूं
यादें जोड़ रहा हूंगु
जरते हुए वक्त कीसौ
गातें जोड़ रहा हूं!!
कल पूछेगा अगर कोई
क्या कमाया तूने बता
उन नादानों के लिए
अपनी तिजोरी भर रहा हूं!!
No comments:
Post a Comment